School Holiday Extended: उत्तर प्रदेश में गर्मी का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार बढ़ते तापमान और लू की स्थिति को देखते हुए सरकार ने एक बार फिर प्रदेश के सभी स्कूलों की गर्मी की छुट्टियां बढ़ाने का फैसला लिया है। पहले जहां स्कूल 26 जून 2025 तक बंद रहने वाले थे, अब छुट्टियां 2 जुलाई तक बढ़ा दी गई हैं। ऐसे में अब सभी सरकारी और मान्यता प्राप्त स्कूल 3 जुलाई 2025 से दोबारा खुलेंगे।
इस निर्णय की जानकारी उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा जारी अधिसूचना के माध्यम से दी गई है। इसमें स्पष्ट कहा गया है कि यह फैसला बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
पहले कब से थी छुट्टियां और अब कितनी बढ़ीं?
गर्मी की छुट्टियां इस वर्ष 20 मई 2025 से शुरू हुई थीं। पहले इनकी समाप्ति तिथि 15 जून तय की गई थी। लेकिन भीषण गर्मी को देखते हुए छुट्टियों को पहले 26 जून तक बढ़ाया गया था। अब एक बार फिर छुट्टियों की अवधि 6 दिन और बढ़ाकर 2 जुलाई तक कर दी गई है।
इस प्रकार अब सभी सरकारी और बेसिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त निजी स्कूल 3 जुलाई 2025 से फिर से संचालित होंगे।
छुट्टियां बढ़ाने का कारण – बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि
उत्तर प्रदेश में पिछले एक महीने से गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है। कई जिलों में लू की स्थिति बनी हुई है। ऐसे हालात में बच्चों का स्कूल आना न केवल मुश्किल है, बल्कि उनके स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक हो सकता है।
इन्हीं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए स्कूलों की छुट्टियों को आगे बढ़ाया है।
स्कूलों को दिए गए विशेष निर्देश
शिक्षा निदेशक (बेसिक) की ओर से सभी स्कूलों को निर्देशित किया गया है कि 3 जुलाई से पहले स्कूल परिसरों की साफ-सफाई, पेयजल की व्यवस्था, और शौचालयों की स्थिति की समीक्षा कर ली जाए।
इसके अलावा स्कूल प्रबंधन समिति (SMC) को स्वच्छता कार्यों के लिए अधिकृत किया गया है, ताकि स्कूल खुलने के बाद किसी प्रकार की अव्यवस्था ना हो।
शिक्षकों को तैयारी के निर्देश
छात्रों की पढ़ाई को समय पर शुरू करने और आवश्यक व्यवस्थाओं को पूरा करने के लिए शिक्षकों को भी स्कूल खुलने से पहले तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।
शिक्षकों से कहा गया है कि वे अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें, छात्रों की कक्षा वार सूची तैयार करें, और पठन सामग्री को व्यवस्थित करें।
इसके अलावा, मध्याह्न भोजन योजना (Mid-Day Meal), पाठ्यपुस्तकों का वितरण, और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) जैसे कार्यों को समय पर पूरा करने के लिए पहले से तैयारी करने को कहा गया है।
जिलों के BSA को भेजे गए निर्देश
राज्य के सभी ज़िलों के बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने जिलों में स्कूलों की भौतिक स्थिति का निरीक्षण करें।
निरीक्षण के दौरान यह सुनिश्चित किया जाना है कि स्कूलों में पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था हो, शौचालय पूरी तरह से साफ हों और मिड-डे मील की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए।
अभिभावकों को भी सलाह
अब जबकि स्कूल 3 जुलाई से खुलने जा रहे हैं, सरकार ने अभिभावकों को भी कुछ सलाह दी है।
अभिभावकों से कहा गया है कि वे बच्चों की यूनिफॉर्म, किताबें, स्टेशनरी और अन्य जरूरी सामान पहले से तैयार रखें। स्कूल खुलते ही पढ़ाई और अन्य जरूरी गतिविधियां जैसे किताबों का वितरण और मिड-डे मील योजना शुरू हो जाएंगी, इसलिए छात्रों को पूरी तैयारी के साथ स्कूल भेजना जरूरी है।
स्कूलों में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम
बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को निर्देशित किया गया है कि वे कक्षाओं को हवादार बनाएं, पेयजल के लिए आरओ या शुद्ध पानी की व्यवस्था करें, और हर स्कूल में प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था हो।
इसके साथ ही, यदि किसी स्कूल में जरूरत महसूस होती है, तो छायादार स्थानों पर कूलर या पंखों की अतिरिक्त व्यवस्था की जा सकती है ताकि बच्चों को गर्मी से राहत मिल सके।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश सरकार का यह फैसला बच्चों की सेहत और सुरक्षा को लेकर एक सराहनीय कदम है। गर्मी में बच्चों को स्कूल भेजना स्वास्थ्य के लिहाज से जोखिम भरा हो सकता है। ऐसे में स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाकर 2 जुलाई तक करना एक विवेकपूर्ण निर्णय है।
अब सभी स्कूल 3 जुलाई से दोबारा खुलेंगे। इस बीच स्कूल प्रबंधन, शिक्षक और अभिभावकों को चाहिए कि वे पूरी तैयारी के साथ स्कूल की शुरुआत करें ताकि छात्रों की पढ़ाई में कोई रुकावट ना आए और वे सुरक्षित माहौल में शिक्षा प्राप्त कर सकें।
नोट: इस तरह के फैसले समय और परिस्थिति के अनुसार लिए जाते हैं, अतः अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे समय-समय पर अपने स्कूल या संबंधित विभाग की आधिकारिक वेबसाइट से अपडेट लेते रहें।