IMD Rain Alert: देशभर के लोगों को जिस मौसम का लंबे समय से इंतजार था, अब वह पल जल्द ही आने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने एक ताजा चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि आने वाले 3 से 4 दिनों में पूरे भारत में मानसून सक्रिय हो जाएगा। इस बार मानसून सामान्य समय से करीब एक सप्ताह पहले देश के अधिकांश हिस्सों में पहुंच गया है, जो किसानों और आम लोगों दोनों के लिए राहत की खबर है।
मानसून की रफ्तार में आया तेजी से बदलाव
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की शुरुआत हर साल 1 जून के आसपास केरल से होती है और सामान्य रूप से यह 8 जुलाई तक पूरे देश को अपने घेरे में ले लेता है। हालांकि इस साल की शुरुआत में मानसून की गति थोड़ी धीमी रही, जिससे लोग चिंतित थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों में मानसून की चाल में तेजी देखी गई है।
अब मानसून मध्य भारत और उत्तर भारत के कई इलाकों में सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले तीन से चार दिनों में राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भी मानसून पूरी तरह से दस्तक दे देगा।
दिल्ली-NCR में कब होगी बारिश?
दिल्ली और एनसीआर के लोग भी काफी दिनों से मानसून की राह देख रहे हैं। अब मौसम विभाग ने राहत भरी खबर दी है। आईएमडी के अनुसार, 28 और 29 जून को दिल्ली में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। इसके साथ ही कुछ इलाकों में बिजली गिरने की भी संभावना जताई गई है। इसीलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
हालांकि बारिश से पहले राजधानी में उमस भरी गर्मी से लोग काफी परेशान हैं। बादल तो छाए हुए हैं, जिससे धूप से कुछ राहत मिली है, लेकिन हवा में नमी बढ़ने के कारण गर्मी का असर बना हुआ है। बारिश होते ही मौसम में ठंडक आने की संभावना है, जिससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
पूरे देश में मानसून की स्थिति
देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून पहले ही पहुंच चुका है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, और दक्षिण भारत के राज्य पहले ही अच्छी बारिश का अनुभव कर चुके हैं। अब उत्तर-पश्चिम भारत की बारी है, जहां अगले कुछ दिनों में भारी बारिश देखने को मिल सकती है।
राजस्थान, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में मानसून की दस्तक का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। मौसम विभाग ने बताया है कि इन इलाकों में अब मानसून जल्द ही पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा और अच्छी बारिश की उम्मीद की जा रही है।
जून में बारिश का हाल
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जून के पहले दो हफ्तों में बारिश की स्थिति कमजोर रही थी। कई इलाकों में औसत से कम वर्षा हुई, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई थी। लेकिन महीने के अंत में मानसून की तेज़ वापसी ने हालात को बेहतर बना दिया है।
अब तक की रिपोर्ट के मुताबिक, जून महीने की बारिश औसतन 9% अधिक दर्ज की गई है, जो कि एक सकारात्मक संकेत है। इससे खरीफ फसलों की बुवाई के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनेंगी और किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।
किसानों के लिए बड़ी राहत
मानसून का समय पर आना और अच्छी बारिश होना देश के कृषि क्षेत्र के लिए बेहद जरूरी होता है। खरीफ फसलों की बुवाई मुख्यतः मानसून पर ही निर्भर करती है। इस बार मानसून के सामान्य से पहले पहुंचने और पर्याप्त वर्षा की संभावना के चलते किसानों को अच्छी उपज की उम्मीद है।
मध्य भारत और उत्तर भारत के राज्य जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और झारखंड में मानसून की सक्रियता से किसान अब तेजी से बुवाई की प्रक्रिया शुरू कर पाएंगे। साथ ही बारिश से जल स्रोतों में भी पानी की मात्रा बढ़ेगी, जिससे सिंचाई व्यवस्था बेहतर होगी।
सतर्कता बरतने की सलाह
आईएमडी ने जहां बारिश की खुशी दी है, वहीं लोगों को सतर्क रहने की भी सलाह दी है। खासतौर पर उन इलाकों में जहां तेज बारिश के साथ बिजली गिरने की संभावना है, वहां सावधानी बरतना जरूरी है। ग्रामीण क्षेत्रों में खुले खेतों में काम कर रहे किसानों से कहा गया है कि वे मौसम की चेतावनी को गंभीरता से लें और आवश्यकता पड़ने पर सुरक्षित स्थान पर शरण लें।
निष्कर्ष
आने वाले दिनों में पूरे देश में मानसून की दस्तक के साथ मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। जहां एक ओर इससे तापमान में गिरावट आएगी, वहीं दूसरी ओर किसानों को खेती में बड़ी राहत मिलेगी। मानसून का समय पर पहुंचना और अच्छी बारिश देश की अर्थव्यवस्था और खाद्य सुरक्षा के लिए भी शुभ संकेत है।
इस बार मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार मानसून न केवल समय पर आया है, बल्कि इसकी तीव्रता भी अच्छी बनी हुई है। अगर यही रफ्तार बनी रही तो इस वर्ष अच्छी फसल और मौसम की दृष्टि से बेहतर वर्ष होने की पूरी संभावना है।
लिहाजा, मौसम विभाग की सलाह का पालन करें, बारिश का आनंद लें और जरूरी सतर्कता जरूर बरतें। अगले कुछ दिन मानसूनी बारिश के लिहाज से काफी अहम रहने वाले हैं।