Meri Ladli Behen Yojana: महाराष्ट्र सरकार द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना (Mukhyamantri Majhi Ladki Bahin Yojana) प्रदेश की महिलाओं के लिए एक मील का पत्थर साबित हो रही है। इस योजना के तहत महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जुलाई 2023 में शुरू हुई इस योजना के तहत अब तक लगभग 2.5 करोड़ से अधिक महिलाएं लाभ उठा चुकी हैं।
योजना के अंतर्गत हर पात्र महिला को हर महीने 1500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। अब तक 11 किश्तों में कुल 16,500 रुपये की सहायता महिलाओं के खातों में सीधे भेजी जा चुकी है। जून 2024 की 12वीं किस्त का इंतजार किया जा रहा है, लेकिन उससे पहले लाडली बहनों को सरकार की ओर से एक और बड़ा तोहफा मिला है।
महिलाओं को अब मिलेगा शून्य ब्याज दर पर कर्ज
लाडकी बहनों की आर्थिक स्थिति को और मजबूत करने के लिए अब मुंबई बैंक की ओर से बड़ा कदम उठाया गया है। बैंक ने घोषणा की है कि योजना की लाभार्थी महिलाओं को अब 1 लाख रुपये तक का कर्ज शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर उपलब्ध कराया जाएगा। पहले यह कर्ज 9 प्रतिशत ब्याज दर पर दिया जाता था, लेकिन अब चार सरकारी महामंडलों की योजनाओं की सहायता से यह कर्ज बिना ब्याज के मिलेगा।
इस पहल की जानकारी मुंबई बैंक के अध्यक्ष प्रवीण दरेकर ने दी। उन्होंने बताया कि अब तक लोन पर जो ब्याज लिया जाता था, उसे अब राज्य सरकार सब्सिडी के तौर पर वहन करेगी। सरकार की मंशा है कि महिलाओं को मिले पैसे का इस्तेमाल सिर्फ घरेलू खर्चों में नहीं बल्कि व्यापार और स्वरोजगार में हो, जिससे वे आत्मनिर्भर बनें।
कौन-सी योजनाएं दे रही हैं सहायता?
लोन पर ब्याज को शून्य करने के लिए राज्य सरकार की चार प्रमुख योजनाएं मदद कर रही हैं:
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पर्यटन महामंडल की ‘आई योजना’ – इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को 12 प्रतिशत तक ब्याज की वापसी मिलती है।
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अण्णासाहेब आर्थिक विकास महामंडल – यह संस्था पिछड़े वर्ग की आर्थिक उन्नति के लिए कार्यरत है।
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भटक्या विमुक्त समुदाय महामंडल – यह समुदाय विशेष की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य करता है।
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ओबीसी महामंडल – अन्य पिछड़ा वर्ग की महिलाओं को वित्तीय सहायता देने के लिए यह योजना लागू है।
यदि कोई महिला इन योजनाओं की पात्रता में आती है और बैंक से लोन लेती है, तो उस पर लगने वाला ब्याज सरकार खुद भर देगी। यानी महिला को कर्ज पूरी तरह ब्याज मुक्त मिलेगा।
सामूहिक व्यवसाय को भी मिलेगा प्रोत्साहन
मुंबई बैंक के अनुसार, एक महिला को 1 लाख रुपये तक का कर्ज मिलेगा। अगर 5 से 10 महिलाएं मिलकर कोई छोटा व्यवसाय शुरू करना चाहें, तो उन्हें भी सामूहिक रूप से यह कर्ज प्रदान किया जाएगा। इससे महिलाओं में आपसी सहयोग, टीमवर्क और व्यावसायिक समझ को बढ़ावा मिलेगा।
महिलाओं को इसके लिए मुंबई बैंक में आवेदन करना होगा। आवेदन के बाद संबंधित अधिकारियों द्वारा उनके व्यवसाय की योजना और पात्रता की जांच की जाएगी। पात्र पाए जाने पर उन्हें बिना ब्याज का कर्ज दिया जाएगा।
योजना से कैसे बदल रही है महिलाओं की जिंदगी?
मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना की सबसे बड़ी सफलता यह रही है कि इससे प्राप्त राशि का उपयोग महिलाओं ने छोटे व्यापार, कुटीर उद्योग और स्व-रोजगार के रूप में करना शुरू किया है। कई जगहों पर महिलाओं के समूह मिलकर सिलाई केंद्र, पापड़ बनाने की यूनिट, डेयरी, सब्जी व्यापार और किराना दुकानें चला रहे हैं। इससे न केवल वे आत्मनिर्भर बन रही हैं, बल्कि दूसरों को भी रोजगार दे रही हैं।
मुंबई में लाडकी बहिण योजना की लाभार्थी महिलाओं की संख्या करीब 12 से 13 लाख है। इनमें से लगभग 1 लाख महिलाएं पहले से ही बैंक की सदस्य हैं। ऐसे में यह पहल उन महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी जो अपने जीवन में बदलाव लाना चाहती हैं।
सीएम देवेंद्र फडणवीस की सोच
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का उद्देश्य है कि योजना के तहत महिलाओं को मिलने वाला पैसा सिर्फ खर्च न होकर विकास और निवेश का माध्यम बने। उन्होंने चारों महामंडलों के निदेशकों और संबंधित विभागों के सचिवों के साथ बैठक कर इस फैसले को अंतिम रूप दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि महिलाएं समाज और परिवार की रीढ़ होती हैं, उन्हें सशक्त बनाना पूरे समाज को सशक्त बनाना है।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना न सिर्फ महिलाओं को मासिक आर्थिक सहायता देती है, बल्कि अब उन्हें आत्मनिर्भर बनने का भी सशक्त अवसर दे रही है। बिना ब्याज पर कर्ज की सुविधा एक क्रांतिकारी कदम है जो महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में निर्णायक भूमिका निभाएगा। यदि आप भी इस योजना की लाभार्थी हैं, तो यह अवसर जरूर अपनाएं और अपने सपनों को उड़ान दें। यह योजना महिलाओं के जीवन में नया बदलाव ला रही है और आने वाले समय में इसके परिणाम और भी व्यापक रूप से देखने को मिलेंगे।