Monsoon Delay In Delhi: इस साल दिल्लीवासी अब तक झमाझम मॉनसून की बारिश का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन मौसम विभाग (IMD) की भविष्यवाणी के बावजूद 24 जून तक भी दिल्ली में मॉनसून नहीं पहुंच पाया। इससे पहले भारतीय मौसम विभाग ने बताया था कि 24 जून तक दिल्ली और आसपास के इलाकों में मॉनसून की बारिश शुरू हो जाएगी, लेकिन यह अनुमान गलत साबित हुआ। जबकि हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हो चुकी है।
दिल्ली इस साल देश का ऐसा एकमात्र राज्य या केंद्र शासित प्रदेश बना हुआ है जहां अब तक मॉनसून की एंट्री नहीं हुई है। इससे राजधानी में गर्मी और उमस की स्थिति बनी हुई है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
🌀 अब तक कहां पहुंचा मॉनसून?
मौसम विभाग के अनुसार, मॉनसून अब तक उत्तरी अरब सागर, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर के शेष हिस्सों, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और चंडीगढ़ तक पहुंच चुका है। हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में मॉनसून पूरी तरह सक्रिय है और लगातार बारिश हो रही है। वहीं, गुजरात, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, असम, मेघालय और पूर्वोत्तर के राज्यों में भी भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।
🌧️ दिल्ली में क्यों हुई देरी?
दिल्ली में मॉनसून की देरी का प्रमुख कारण हवाओं की दिशा और गति में बदलाव, ऊपरी हवा की प्रणाली का कमजोर होना और वातावरण में नमी की कमी मानी जा रही है। आमतौर पर दिल्ली में मॉनसून 27 जून के आसपास पहुंचता है, लेकिन इस बार इसके पहले आने की भविष्यवाणी की गई थी। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 36 घंटों में परिस्थितियां अनुकूल हो सकती हैं और दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के बचे हुए हिस्सों में मॉनसून आगे बढ़ सकता है।
🌾 कृषि पर प्रभाव
भारत की करीब 51% कृषि भूमि वर्षा पर निर्भर है और देश की लगभग 47% आबादी खेती पर अपनी आजीविका के लिए निर्भर है। ऐसे में मॉनसून की अच्छी बारिश सीधे तौर पर खेती-किसानी, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और खाद्य सुरक्षा से जुड़ी होती है। इस साल मॉनसून के जल्दी केरल पहुंचने (24 मई) से उम्मीद जगी थी कि पूरे देश में समय से पहले बारिश शुरू होगी, लेकिन अब दिल्ली समेत कुछ इलाकों में देरी ने किसानों और आम लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
🌍 देश के अन्य हिस्सों में कैसी स्थिति?
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गुजरात, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र में कुछ स्थानों पर अत्यंत भारी वर्षा की चेतावनी है।
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पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है।
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बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, विदर्भ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों में भी अच्छी वर्षा हो सकती है।
💧 जल संकट और गर्मी की मार
दिल्ली में अभी तक मॉनसून नहीं पहुंचने से पानी की मांग बढ़ गई है और जल संकट की स्थिति बन रही है। यमुना नदी में जल स्तर सामान्य से नीचे है और गर्मी की वजह से पानी की खपत में वृद्धि हो गई है। इसके साथ ही राजधानी में गर्मी और उमस का स्तर भी काफी बढ़ चुका है, जिससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है।
🔮 आगे क्या कहता है मौसम विभाग?
आईएमडी के मुताबिक, अगले दो दिनों (36 घंटों) में दिल्ली और आसपास के इलाकों में मॉनसून की एंट्री हो सकती है। इसके लिए जरूरी वायुगतिकीय और पर्यावरणीय परिस्थितियां अनुकूल हो रही हैं। उम्मीद की जा रही है कि जुलाई की शुरुआत तक दिल्ली में बारिश शुरू हो जाएगी। आमतौर पर मॉनसून 15 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है।
✅ लोगों को क्या करना चाहिए?
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गर्मी और उमस से बचाव के लिए हल्के और सूती कपड़े पहनें।
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पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें ताकि शरीर में नमी बनी रहे।
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घर से निकलने से पहले मौसम की जानकारी जरूर लें।
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बिजली कटौती या जल संकट से निपटने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था रखें।
📝 निष्कर्ष
हालांकि मौसम विभाग का अनुमान इस बार दिल्ली के लिए गलत साबित हुआ है, लेकिन राहत की बात यह है कि अगले कुछ दिनों में मॉनसून के आने की पूरी संभावना जताई जा रही है। मॉनसून सिर्फ मौसम की बात नहीं है, यह भारत की कृषि व्यवस्था, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और सामान्य जनजीवन का आधार है। ऐसे में सभी की निगाहें आसमान पर टिकी हैं और उम्मीद है कि जल्द ही दिल्ली में भी बारिश की फुहारें लोगों को गर्मी से राहत देंगी।
📢 सूचना: यह लेख मौजूदा मौसम जानकारी और आधिकारिक मौसम विभाग (IMD) के बुलेटिन पर आधारित है। बारिश की सटीक स्थिति के लिए स्थानीय मौसम पूर्वानुमान और समाचारों पर नजर रखें।